I received special recognition for my entry to the contest Keep TheSpotlight Glowing.
Below was the poem written by me for "Nanhi Bondita" and " Pati Babu- Aniruddh", I hope you will like it.
नन्ही सी थी एक राजकुमारी, पर थी वो बड़ीसयानी
ईश्वर का अनोखा सृजन, चलो सुनाये उसकीकहानी।
सुन्दर रूप और कद था छोटा, पर बड़ी बडी़थी बातें
विश्वास था उसका इन बातों पर, कि तर्कही फर्क मिटाते।
मन बहुत था भोला, पर सोच से थी वो बहुतबड़ी
स्वार्थ से थी परे, परमदद को हरदम तैयाररहती खड़ी।
हिरनी सी वो कूदा करती, स्नेह भरा था अपरंपार
जब उसके अपनों ने उसे छला, तब आया एक राजकुमार
वो था विलायती बैरिश्टर बाबु, पर अपनी ज़मीन से जुड़ा
देश बदलने का जज़्बा लेकर, लंदन से स्वदेश उड़ा।
Angry Young Man और था फितुरी
दिल से निर्णय लेना, थी उसकी कमज़ोरी।
गलत देखकर रूक ना पाता, गुस्से से बेकाबु हो जाता
फिर जो उसकी चिल्लम चिल्ली, कोई उसको रोक ना पाता।
दोनो थे विपरित, फिर भी थे बहुत समान
अपनों की वो खुशी चाहते, कर जाते कुछ भी बलिदान।
बना राजकुमार रक्षक बाबू, शिक्षक और सखा भी
राजकुमारी भी कम ना थी, बनी ताकत मार्गदर्शक और सखी।
दोनो ने मिलकर सपना ये बुना, बदलेंगे समाज़ रस्ता ये चुना
बैरिश्टर बनेगी राजकुमारी, तो साहस भी होगा दुगुना।
एक दूसरे के थे पूरक, करते थे वो जां निसार
रोना हंसना साथ हमेशा, ऐसा उनका पवित्र प्यार।
मिलन दोनो का हुआ सौभाग्य से, ईश्वर ने बांधी थी डोर
सम्मान और प्यार से परिपूर्ण, ऐसा रिश्ता ना कोई और।