आज हर कोई क्यों एक मशीन बनकर रह गया है. क्यों आज ज्यादातर लोग अपने काम से संतुष्ट नहीं हैं. करना तो बहोत कुछ चाहते हैं लेकिन हो क्यों नहीं पा रहा है. दोस्तों आज हम ऐसे कुछ लोगो की रियल लाइफ इंस्पिरेशनल स्टोरीज इन हिंदी शेयर करेंगे. जिसे पढ़कर आप समझ पाएंगे की कैसे उन्होंने अपनी ज़िन्दगी को एक नयी दिशा दी.
Real Life Inspirational Stories in Hindi: टेक्नोलॉजी बिज़नेस व डिज़ाइन पर फोकस करने वाली लोकप्रिय अमेरिकी बिज़नेस मैगज़ीन फ़ास्ट कंपनी ने वर्ष 2019 में भारत की टॉप 10 इनोवेटिव कम्पनीज की एक लिस्ट जारी की है जिसमें जिओ सावन,ओयो, ओला व स्विग्गी जैसे जाने माने नामो के अलावा कुछ ऐसी कम्पनीज भी शुमार हैं जो तुलनात्मक रूप से इतनी प्रसिद्ध तो नहीं हैं लेकिन अपने वर्किंग एरिया में वे बहुत अच्छा काम करने के साथ ही लीडर्स के रूप में भी उभर कर सामने आ रही हैं. ये सभी कम्पनीज इंडस्ट्री व कल्चर पर जबरदस्त प्रभाव डालने के साथ ही तेजी से बदलती दुनिया में प्रगति करने के नए नए तरीकों से भी आपका परिचय करवाती हैं. यहाँ आपके लिए यह जानना जरुरी है की अलग अलग फ़ील्ड्स से ताल्लुक रखने वाली इन कम्पनीज में एक बात सामान है और वह यह की ये सभी भविष्य का निर्माण कर रही हैं. ( Real Life Inspirational Stories in Hindi )
शेयरचेट - 14 वेंचर्स में फेल होने से मिली सीख ( Real Life Inspirational Stories in Hindi )
Real Life Inspirational Stories in Hindi:आई आई टी कानपूर ग्रेजुएट्स अंकुश सचदेवा फरीद एहसान और भानु प्रताप सिंह को अपने 14 वेंचर्स में फ़ैल होने से यह सीख मिली की अपनी गट फीलिंग को डाटा का सपोर्ट देना चाइये. एक गूगल केपीएम्जी रिपोर्ट के अनुसार 2021 तक क्षेत्रीय भाषाओं का ऑनलाइन काम लेने वाले भारतीयों की संख्या 536 मिलियन हो जाएगी. जो देश के कुल इंटरनेट यूजर बेस का 75% होगी. 2015 में शुरू शेयरचेट इसी यूजर बेस को टारगेट करने वाला 15 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध एक कंटेंट शेयरिंग प्लेटफॉर्म है. इस लिस्ट में सातवे नंबर पर होने के साथ आज इसके 60 मिलियन से अधिक मंथली एक्टिव यूज़र्स हैं. अगस्त में एक फंडिंग राउंड के बाद इसकी वैल्यू 650 मिलियन आंकी गयी थी.
चाय पॉइंट: एक अनऑर्गनाइज़ड सेक्टर को किया ऑर्गनाईज़ड
अमूलीक सिंह जब हारवर्ड बिज़नेस स्कूल में एमबीए कर रहे थे उन्हें तभी यह स्पष्ट था की अगर वे कभी इंटरप्रेन्योर बनते हैं तो वे कंस्यूमर ब्रांड सेगमेंट में जायेंगे. भारत लौटकर एक टेक कंपनी में जोब के दौरान उन्होंने नोटिस किया की यहाँ हर व्यक्ति को टी ब्रेक की जरूरत होती थी. जिनके लिए वे किसी चाय की थड़ी पर जाते थे. उन्होंने इस मार्किट में आर्गनाइज्ड प्लेयर्स की कमी महसूस की और इस तरह 2010 से शुरू हुई बारात की सबसे बड़ी टी रिटेल चैन चाय पॉइंट जिसके आज 8 शहरों में 100 से भी अधिक स्टोर्स हैं. नौवें स्थान पर मौजूद यह कंपनी फिलहाल कस्टमर्स की बिल पेमेंट में सुविधा के लिए फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है.
ड्रीम11: 10 वर्षो में पायी रातो रात सफलता
केपीएमजी के अनुसार वर्ष 2023 तक भारत में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री 1190 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनेरेट करेगी. आपको पता होना चाइये की इस ग्रोथ को तेजी देने का श्रेय जाता है क्रिकेट व फेंटसी गेमिंग को साथ लाने वाले और इस लिस्ट में दसवें स्थान पर जगह बनाने वाले एप्प ड्रीम11 को. भारत की पहली गेमिंग यूनिकॉर्न ड्रीम 11 ने पिछले वर्ष 100 मिलियन डॉलर की फंडिंग पायी थी. वर्ष 2008 में स्थापित इस कंपनी ने 2016 के बाद तेजी से सफलता पायी. और इसलिए इसके को- फाउंडर भावित सेठ को यह वाक्य कहना पसंद है " रातो रात सफलता पाने में 10 वर्षा का समय लगता है."
चक्र इनोवेशन: पोलयूशन से तैयार किये पेंट व इंक
आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएट अर्पित धूपर एक दिन जब सड़क किनारे खड़े थे. तो उनकी निगाह एक शुगरकेन क्रशर को पावर दे रहे डीज़ल इंजन पर पड़ी जिसके पीछे की दीवार का रंग इंजन से निकलने वाली कालिख के कारण बदल गया था. उस समय अर्पित को आईडिया आया की क्यों न इस कालिख का इस्तेमाल पेंट बनाने के लिए किया जाये. इस तरह को- फाउंडर कुशाग्र श्रीवास्तव के साथ शुरुआत हुई क्लीन- टेक स्टार्टअप चक्र इनोवेशन की. इसका प्रोडक्ट चक्र शील्ड एक इनोवेटिव एमिशन कण्ट्रोल डिवाइस है जो डीज़ल जेनेटर्स से निकलने वाले पोलयूशन को उसके सोर्स पर ही कैप्चर करता है. लिस्ट में छठे स्थान पर काबिज इस कंपनी के अनुसार रोजाना आठ घंटे काम करने वाले एक जेनेरेटर सेट( जेनसेट) से हर महीने 34 किलो इंक तैयार की जा सकती है. इनकी योजना है की अभी स्क्रीन प्रिंटिंग के काम आ रही इस इंक का उपयोग बुक्स प्रिंट करने के काम में भी आये. कुछ ही माह पहले इस स्टार्टअप ने 2.7 मिलियन की फंडिंग जुटायी थी. बॉश और इंडियन आयल जैसी कम्पनीज इसकी पार्टनर्स हैं.
"साथी"- फीमेल्स व फार्मर्स के लिए मददगार ईको - फ्रेंडली सैनिटरी पैड्स Real Life Inspirational Stories in Hindi
वर्ष 2015 में क्रिस्टीन कागतसु तरुण बोथरा अमृता सैगल व ग्रेस केन ने गुजरात में खेती के वेस्ट प्रोडक्ट बनाना फाइबर का उपयोग कर पूरी तरह ईको फ्रेंडली कम्पोस्टबल सेनेटरी पैड्स बनाने के लिए सोचा सूचि में तीसरे स्थान पर मौजूद साथी का ओरिजिनल मॉडल वैसे तो ग्रामीण महिलाओं के लिए लौ- कॉस्ट सेनेटरी पैड्स बनाना था लेकिन बाद में को- फाउंडर्स ने सोचा की एक डिस्पोजेबल प्रोडक्ट का निर्माण करते समय यह सोचना जरुरी है की वह पर्यावरण को किस प्रकार प्रभावित करेगा क्रिस्टीन के अनुसार भारत में केवल 12% महिलाओं को ही सेनेटरी पैड्स की सुविधा उपलब्ध है. इसके बावजूद हर महीने इनसे 90000 टन कचरा पैदा होता है ये पैड्स 6 महीनो के अंदर डिग्रडे हो जाते हैं जो प्लास्टिक पैड्स के मुकाबले 1200 गुना कम समय है ये न केवल ग्रामीण इलाको में काम कीमत पर उपलब्ध हैं बल्कि इनसे किसानो को अतिरिक्त आय का साधन भी मिलता है.
तिजोरी- कैसे एक स्टार्टअप बना 50 करोड़ का ब्रांड Real Life Inspirational Stories in Hindi:
हैंडीक्राफ्ट्स और अपेरल्स के सफल इंडियन ऑनलाइन ब्रांड तिजोरी की फाउंडर और सीईओ मानसी गुप्ता का जन्म जम्मू में हुआ और वे वहीँ पाली बड़ीं. मानसी को बचपन से हे घूमने का बहुत शौक था. इस शौक के पीछे का करार रहा उनका परिवार जिसमें शुरू से ही घूमने और दुनिया देखने का चलन रहा. उनके परिवार के लोग जहाँ भी जाते वहां से निशानी के तौर पर कोई स्पेशल चीज जरूर लाते. इस तरह बचपन से ही मानसी का रुझान ट्रैवेलिंग और हैण्डीक्राफ्रट्स में रहा उनकी स्कूलिंग जहा महाराजा हरिसिंह स्कूल से हुई वहीँ पुणे यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद वे पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ वेल्स चली गयीं.
तिजोरी- कैसे एक स्टार्टअप बना 50 करोड़ का ब्रांड Real Life Inspirational Stories in Hindi:
हैंडीक्राफ्ट्स और अपेरल्स के सफल इंडियन ऑनलाइन ब्रांड तिजोरी की फाउंडर और सीईओ मानसी गुप्ता का जन्म जम्मू में हुआ और वे वहीँ पाली बड़ीं. मानसी को बचपन से हे घूमने का बहुत शौक था. इस शौक के पीछे का करार रहा उनका परिवार जिसमें शुरू से ही घूमने और दुनिया देखने का चलन रहा. उनके परिवार के लोग जहाँ भी जाते वहां से निशानी के तौर पर कोई स्पेशल चीज जरूर लाते. इस तरह बचपन से ही मानसी का रुझान ट्रैवेलिंग और हैण्डीक्राफ्रट्स में रहा उनकी स्कूलिंग जहा महाराजा हरिसिंह स्कूल से हुई वहीँ पुणे यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद वे पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ वेल्स चली गयीं.
अपनी सेविंग्स के दम पर शुरू की आंत्रप्रेन्योरशिप
मानसी को इसकी प्रेरणा स्पेन में एक छोटे से बुटीक से शुरू हुई एक ब्रांड से मिली. तिजोरी की शुरुआत करने के लिए मानसी को अपनी दस लाख की सेविंग्स का उपयोग करना पड़ा. आज यह ब्रांड पचास करोड का टर्नओवर दे रहा है. फिलहाल वे डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से 195 देशों में काम कर रहे हैं. तिजोरी आज एक बड़ा ब्रांड नाम बन चूका है. मानसी बताती हैं की आंत्रप्रेन्योरशिप के दौरान उन्होंने लोगो और स्तिथियों दोनों को मैनेज करना सीखा. अब यह ब्रांड अपने ग्रोथ फेज में है. मानसी बताती हैं की इस दौरान उन्होंने यह सीखा की कोई भी काम करने के लिए आपको किसी ताकत या स्टेटस की जरुरत नहीं होती बल्कि जीरो से शुरू करके भी आगे पंहुचा जा सकता है.
छोटी छोटी चीजें करती हैं मोटिवेशन का काम
इस वेंचर की शुरुआत अपने पति अंकित के साथ मिलकर की. सफलता के बारे में बात करते हुए मानसी कहती हैं. की इस यात्रा में उनके लिए मोटिवेटेड रहना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं था क्यूंकि उन्हें बहुत हे छोटी छोटी चीजें मोटीवेट करती हैं नए आंत्रप्रेन्योर्स को वे सलाह देती हैं की अपने काम के प्रति पूरी तरह से समर्पित रहें और जो काम कर रहे हैं उससे प्यार करें. अपने काम की जगह को पसंद करें. और हमेशा खुशमिज़ाज़ रहने की कोशिश करें. आंत्रप्रेन्योरशिप अपने आप में एक ऐसी चीज है जो आपको एक व्यक्ति के तौर पर बहुत बदल देती है. और आपकी क्षमताओं को सामने लाती है. सबसे अछि बात यह है की इसमें आप हर समय कुछ नया सीख रहे होते हो.
Conclusion:
Real Life Inspirational Stories in Hindi: इतने बड़े बड़े उदाहरण आज हमारे सामने हैं. इन सब Real Life Inspirational Stories in Hindi के जरिये हमारा मकसद आपको यह समझाना है की आज भारत में अगर कोई चाहे तो अपनी सोच के जरिये बहोत बड़ी बड़ी सफलताएं पा सकता है. और आज के समय में लोगो के पास ऐसे करोडो अवसर हैं. सिर्फ एक बार अपनी सोच को थोड़ा सा बदलने की जरुरत है. आज हम देखते हैं की ९०% लोग अपने काम से संतुष्ट नहीं हैं एक तरह से मशीन बन गए हैं. और मज़बूरी में काम कर रहे हैं. क्या सच में हमारी ज़िन्दगी की सिर्फ इतनी सी कीमत है? नहीं हमारे अंदर जो छुपी क्षमताएं हैं वो इन असल ज़िन्दगी के उदाहराणो से हमारे सामने आती हैं. और हमें सीख मिलती है की अब समय है कुछ नया करने का. अपनी सोच बदलने का और जीत जाने का.
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